भारत सरकार मुद्रणालय, मिंटो रोड (स्थापित 1923)

दिल्ली में 1911 में ऐतिहासिक राज्याभिषेक दरबार की घोषणा के साथ ही दिल्ली भारत की राजधानी बन गई और केन्द्रीय सचिवालय के विभागों को 1912 में कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित किया गया। उसी वर्ष सरकार के मुख्यालय में मुद्रण की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए कलकत्ता के भारत सरकार मुद्रणालय के एक भाग को भी दिल्ली से कलकत्ता लाया गया। वर्ष 1923 में भारत सरकार मुद्रणालयों के सामान्य पुनर्गठन में दिल्ली प्रेस को उसके कलकत्ता स्थित मुख्यालय से अलग कर एक पृथक मुद्रणालय बनाया गया। नई दिल्ली में शासकीय विभागों के विकास से दिल्ली प्रेस को मुद्रण कार्यों की बढ़ती मांग को पूरा करना पड़ा। इसे 1931 में मिंटो रोड में नवनिर्मित इमारत में स्थानांतरित किया गया।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस मुद्रणालय का कार्य बढ़ता चला गया। मुख्यालय में मुद्रण कार्य के बढ़ते भार को नियंत्रित करने के लिए सितंबर 1942 में विभिन्न अस्थायी पद बनाए गए। इसके उपरांत भी मौजूदा स्टाफ से एकल पारी में कार्य प्रबंधन न हो पाने के चलते, मुद्रणालय के मशीन रूम में द्वितीय पारी शुरू की गई। दिसंबर 1944 में आगे सरकार द्वारा द्वितीय पारी को स्वीकृति दी गई। अक्तूबर 1946 में भारतीय सेना की सूची, वॉल्यूम II के मुद्रण कार्य के चलते दो पारियों के प्रबंधन को बढ़ा दिया गया। जनवरी 1947 में मुद्रणलय में एक हिन्दी/उर्दू अनुभाग बनाया गया। देश में संवैधानिक परिवर्तनों के चलते और संविधान सभा के गठन के चलते मुद्रण कार्य आगे और भी बढ़ गया तथा जुलाई, 1947 में मुद्रणालय हिन्दी और उर्दू में संविधान सभा और विधान सभा की चर्चाओं के मुद्रण कार्य के लिए एक पृथक अनुभाग बनाया गया। स्वतंत्रता के पश्चात भारत सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न विभागों के बढ़ते क्रियाकलापों में अपेक्षा से अधिक प्रगति हुई। सितंबर, 1951 में मुद्रणालय के मशीन कक्ष में डाक प्रपत्रों और अन्य विविध प्रकार के कार्यों के लिए आंशिक रूप से तीसरी पारी को शुरू किया गया। जनवरी, 1952 में तीसरी पाली का विस्तार किया गया और आगे एक पृथक संसदीय खंड और अति गोपनीय अनुभाग आरंभ किया गया और नई बनी इकाइयों में कार्य के लिए आवश्यक स्टाफ संस्वीकृत किया गया। संसदीय खंड हेतु मशीनों और स्टाफ के लिए भवन निर्मित किया गया और उत्पादन शुरू किया गया। जब पृथक रूप से संसदीय खंड गतिशील हो गया तो तीसरी पारी में कार्य को समाप्त कर दिया गया। लोक सभा और राज्य सभा से अत्यधिक मुद्रण कार्य की आवश्यकता को देखते हुए उपलब्ध संसदीय खंड का विस्तार किया गया। तदनुसार तीसरी पाली के लिए जून, 1955 में अतिरिक्त पदों को निर्मित किया गया।
वाणिज्य मंत्रालय के मुद्रणालय का कार्य, आवासन एवं आपूर्ति मंत्रालय द्वारा 2 जनवरी, 1952 में अधिग्रहण किया गया और उसका भारत सरकार फोटोलिथो प्रेस के रूप में पुनः नामकरण किया गया जिसका विलय भारत सरकार मुद्रणालय, नई दिल्ली में कर दिया गया। सितंबर, 1958 में महाप्रबंधक के प्रशासनिक नियंत्रण में एक अतिरिक्त खंड शुरू किया गया जिसका कार्य, विकास एवं कल्याण कार्यों हेतु पुस्तकें, पर्चों, पोस्टरों एवं अन्य प्रकार के शैक्षिक साहित्य का मुद्रण था। विलय के पश्चात सामुदायिक विकास के भारतीय-अमरीकी तकनीकी सहयोग कार्यक्रम के अनुदान के आंशिक सहयोग से फोटो लिथो खंड का विस्तार किया गया। नए खंड में नवीनतम प्रकार की अक्षरयोजन वाली मशीनें लगाईं गईं जिसे फोटो-सेटर कहा जाता है। मुद्रणालय का 1987 में दो मुद्रणालयों के रूप में विभाजन किया गया नामतः लेटर प्रेस एवं फोटो लिथो प्रेस इकाई। पश्चात कथित मुद्रणालय पूर्णतः आधुनिक था।
मंत्रिमंडल के दिनांक 16-08-2004 के निर्णय द्वारा दोनों इकाइयों का विलय कर दिया गया जिसे आज भारत सरकार मुद्रणालय, मिंटो रोड, नई दिल्ली के नाम से पहचाना जाता है। इसी प्रकार दिनांक 20.09.2017 के मंत्रिमंडल के निर्णयानुसार भारत सरकार मुद्रणालय, फरीदाबाद का विलय भारत सरकार मुद्रणालय, मिंटो रोड, नई दिल्ली में किया गया है।
भारत सरकार मुद्रणालय, मिंटो रोड, नई दिल्ली, छपाई की जरूरतों को पूरा करता हैः-
लोक सभा और राज्य सभा
- बुलेटिन
- बिल
- सभा पटल पर रखे गए पत्र
- कार्यसूची
- सारांश
- कटौती प्रस्ताव
- संशोधनों पर बहस।
भारत का राजपत्र
- अध्यादेश
- अधिनियम
- संकल्प
- नाम परिवर्तन, धर्म, लिंग, आदि।
भारतीय चुनाव आयोग
- ईवीएम बैलेट पेपर
- पोस्टल बैलट
- चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची
- पीठासीन अधिकारियों और रिटर्निंग अधिकारियों के लिए नियम पुस्तिका।
रक्षा मंत्रालय
- गणतंत्र दिवस
- स्वतंत्रता दिवस
- वीआईपी पास
- टिकट।
अनुदान की मांगों का विवरण
- सभी मंत्रालय।
सिविल सूची
- आईएएस
- आईपीएस
- आईआरएस।
अर्धसैनिक बल
- सेवा पुस्तकें
- अन्य विभिन्न प्रपत्र।
दिल्ली पुलिस
- आतंकवादी पोस्टर
- सर्विस बुक और
- अन्य सभी प्रपत्र।
अस्पताल
- सभी प्रपत्र और रजिस्टर।
किताबी काम
- कानून और न्याय मंत्रालय
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता
- एनसीटी दिल्ली
- दूरसंचार विभाग
- आरजीआई
- सीएजी आदि।
प्रपत्र कार्य
- सीमा सड़क संगठन
- पोस्टल स्टोर डिपो
- एनसीटी दिल्ली
- सीजीएचएस
- न्यायालय आदि।